#Meerut रंजिश के चलते खूनी संघर्ष, जमकर लाठी-डंडे चले, दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, गांव में दहशत का माहौल, भारी पुलिस बल तैनात।
Bloody conflict due to rivalry, heavy lathi-charge, murder by shooting in broad daylight, atmosphere of terror in the village, heavy police force deployed.
मेरठ में बच्चों के झगड़े को लेकर में जाटव और वाल्मीकि समाज के लोग आमने-सामने आ गए। पहले कहासुनी हुई, फिर लाठी-डंडे चले। इस दौरान घर में घुसकर 1 युवक को गोली मारी जिसकी मौके पर मौत हो गई।
इसके बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने हंगामा शुरू हो गया। पथराव किया। कई गाड़ियां तोड़ दीं। बवाल की सूचना पर अफसर मौके पर पहुंचे। 3 थाने की फोर्स पहुंची, लेकिन भीड़ कंट्रोल नहीं हुई। इसके बाद PAC बुलाई गई है।
एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने कहा- विवाद के बाद पुलिस तैनात की गई है। 4 लोग हिरासत में लिया गया है। परिजनों ने हस्तिनापुर थाने के बाहर शव रखकर हंगामा किया। इसके बाद आरोपी के घर पर पथराव कर शीशे तोड़ डाले।
घटना के बाद मृतक के परिजन देर शाम थाने के बाहर पहुंचे। यहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनके साथ ग्रामीण भी रहे। परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी हम शांत नहीं बैठेंगे।
मृतक युवक की पहचान सोहनवीर (50) के रूप में हुई है। उनकी बेटी अनु ने कहा- जब बवाल हुआ, तब मेरे पापा-मम्मी घर पर थे। सब लोग रोटी खा रहे थे। हम चाचा रविंद्र और चाची शर्मिष्ठा के घर जाने वाले थे, तभी कुछ लोग आए, मेरे पापा को पीटने लगे और उन्हें गोली मार कर भाग गए। हम लोग डरे हुए हैं। मेरे पापा को जिंदा करके लाए, नहीं तो हम लोग भी इन्हें मारेंगे। सोनवीर फर्नीचर बनाने का काम करता था। घर में उसकी पत्नी हेमलता और चारों बच्चे बेटियां अनु, वर्षा और दोनों बेटे शिवा और सागर थे।
पुलिस ने मौके से आदित्य, अभिजीत, प्रिंस सहित 4 युवकों को हिरासत में लिया है। ग्रामीणों की मांग है कि आरोपियों को उनके हवाले किया जाए।