अव्यवस्थित बाजार में बेसमेंटो के निर्माण कहीं बन न जाएं कब्रगाह, बड़े हादसे का इंतजार कर रहे अधिकारी।
Construction of basements in a disorganized market may turn into a graveyard, officials are waiting for a major accident.
कार्यवाही के नाम पर योगी सरकार को किया जा रहा है गुमराह। नही बंद करवाए जा रहे है बेसमेंट, क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है अधिकारी।
मेरठ विकास प्राधिकरण की सील की कार्यवाही को निर्माण कर्ता मानों खेल समझ रहे है। सील तोड़कर धड़ल्ले से अव्यवस्थित सर्राफा बाजार की तंग गलियों में पूंजीपतियों द्वारा बेसमेंटो के निर्माण कर दुकानों की इमारतें खड़ी की जा रही है। और खरीद बेच भी शुरू कर दी गई है व्यापारियों द्धारा एक दुकान की कीमत करोड़ रूपए की बताई जा रही है। और प्राधिकरण ठोस कार्यवाही न कर सील सील खेलता दिखाई दे रहा है।
बारिश की वजह से इन अवैध बेसमेंटो के खतरे अब जानलेवा होते जा रहे है। बिल्डर सीना तान कर धड़ल्ले से करवा रहे इमारत के निर्माण को पूर्ण, मानो जैसे की इन्हे अधिकारियों व योगी सरकार का कोई डर ही न हो, इन अवैध निर्माणकर्ताओ को नहीं पता पड़ोस में किस की दीवार उनके अवैध बेसमेंट से खिसक सकती है। कौन सी सडक़ धस सकती है। कब मजदूर इस बेसमेंट में निर्माण के दौरान हादसे का शिकार हो सकते है।
इन सभी चीजों को दरकिनार कर बड़ी बड़ी इमारतें बनाई जा रही है। इस बाबत जब प्रवर्तन प्रभारी अर्पित यादव से बेसमेंट सहित इमारत के चलते निर्माण पर कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एफ.आई.आर कर ध्वस्ती करण करने की बात कही, जबकि जानकारी के अनुसार थाने में एफ.आई.आर नही दर्ज कराई गई है। पुलिस को सिर्फ तैहरीर देकर सूचना दी गई है। उसके बाद जब मौके पर जाकर देखा गया तो अवैध इमारत का निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है। लेवर धड़ल्ले से निर्माण को पूर्ण करने में लगी हुई है।