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योगी सरकार के सपने को चूर करने में दिखाई देता नजर आ रहा मेरठ विकास प्राधिकरण 
जी हां आपको बतादे कि जनपद मेरठ शहर की सबसे बड़ी समस्या जगह जगह पर लगे हुए जाम की है। शहर की बीस लाख जनता और अन्य जनपदों व ग्रामीण क्षेत्र से रोजाना शहर में आने जाने वाले लाखों लोग अपना बहुमूल्य समय खो देते हैं। जिसकी वजह है जाम।
आपको बतादे की मेरठ में जाम के समाधान के लिए प्रदेश के मुखिया गंभीर हैं। और हाईकोर्ट का भी आदेश है। लेकिन अफसर हैं। कि उन्हें किसी भी आदेश का न तो डर है न ही जनता की परेशानी की कोई फिक्र है। जाम के निदान के लिए पहले कार्य तय किए गए और उसके बाद उन्हें पूरा करने की जिम्मेदारी संबंधित विभागों को सौंपी गई। लेकिन कुछ विभागों में बैठे कुछ अधिकारियो को योगी सरकार का कोई डर नही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेरठ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन खण्ड जोन ए तीन के अवर अभियंता योगी सरकार के सपने को चूर करने में दिखाई देते नजर आ रहे हैं। और अपनी मनमानी कर रहे हैं।
बताते चलें कि मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन ए तीन क्षेत्र के फतैहउल्ला पुर रोड पर, 60 फूटा रोड पर, समर गार्डन रोड पर, व 25 फूटा रोड पर और इसके अलावा भी जगह जगह पर बिना मानचित्र पास धड़ल्ले से चल रहे कंपलेक्सो के एवं मार्किटो के अवैध निर्माणों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं। जबकि इन कंपलेक्सो व मार्किटों के आगे पार्किंग के लिए भी जगह नहीं छोड़ी गई है।
उसके बाबजूद भी अवैध निर्माणकार्य बदस्तूर जारी है। और कार्यवाही शून्य है। सूत्रों की माने तो जो भी कार्यवाही की जा रही है। वह सिर्फ फाइलों में ही की जा रही है। धरातल पर कोई कार्यवाही नहीं दिखाई दे रही है। सबसे बड़ा कारण यही है। जाम लगने का
बतादे जब इन कंपलेक्सो व मार्किटो में बनी दुकानों पर आने वाले लोगो के वाहन सड़क पर खड़े किए जाएंगे तो Meerut सिटी को जाम से कैसे मुक्त कराया जाएगा
लेकिन इन अवैध निर्माणों की वजह से जाम लगने से विभाग में बैठे कुछ अधिकारियों को न तो किसी का कोई डर है। और न ही किसी को कोई फर्क पड़ता है। जैसे की इन्हे किसी बड़े अधिकारी का आशिर्वाद प्राप्त हो पूछने पर इन अधिकारियो का तो यह भी कहना है की हमारी कार्यवाही पुरी है।