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#POLICE की छापेमारीमें मिली6 बच्चियां3 कानहींमिलाजन्मप्रमाण पत्र, दो युवक गिरफ्तार, पूछताछ जारी।
Birth certificate of 6 girls 3 found in police raids not found, two youths arrested.
रविवार की सुबह पुलिस ने लगभग 150 से अधिक पुलिस जवान व अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया जिसमें एक साथ चारों ओर से घेराबंदी की। इसी दौरान एक-एक घर को सर्च किया गया, सर्चिंग में पुलिस को 6 नाबालिग बच्चियां मिली है। यह बच्चियां किसकी है। यह पता नहीं चल सका है उसके बाद पुलिस इनको थाने ले आयी, बाद में 3 बच्चियों के जन्म प्रमाण मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया लेकिन 3 लड़कियों का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला पाया इसी क्रम में पुलिस ने 2 युवकों को भी गिरफ्तार किया है।
बतादे की मुरैना-ग्वालियर बॉर्डर पर शहर के पुरानी छावनी इलाके में आने वाला बदनापुरा गांव मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए लड़कियों की खरीद फरोख्त के लिए हमेशा से बदनाम रहा है। यहां कई बार पुलिस को नाबालिग लड़कियां मिली हैं। यहां लड़कियों की खरीद फरोख्त होती है। जब भी गांव में पुलिस एंट्री करती है तो गांव के लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ता है। हाल ही में कुछ दिन पहले मुरैना के आश्रम से गायब एक नाबालिग की लोकेशन यहां मिली थी। जिस पर मुरैना पुलिस दबिश देने पहुंची तो गांव के लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग एक्शन के तहत पुलिस ने रविवार को बदनापुरा में अब तक का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया है। करीब 150 पुलिस जवानों व अफसरों के साथ पुलिस, क्राइम ब्रांच व लाइन से फोर्स लेकर पुलिस अफसरों ने बदनापुरा के रेड लाइट एरिया को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस ने जब दबिश दी तो गांव में हड़कंप मच गया। विरोध करने की सोच रहे गांव के लोग पुलिस फोर्स को देख सहमे से खड़े रह गए। पुलिस ने एक-एक घर में सर्चिंग की है। बदनापुरा के चार घरों से पुलिस ने 6 नाबलिग बच्चियों को बरामद किया था, जिनकी उम्र 10 से 16 वर्ष है। इसके साथ ही दो युवकों को भी गिरफ्तार किया है। एक युवक पुलिस के हाथ से फरार हो गया है।
3 बच्चियों का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला
बदनापुरा में पकड़ी गयी 6 लड़कियों को जब पुलिस थाने ले आयी और महिला पुलिस अधिकारी उनकी काउंसलिंग कर रही थीं तो पता लगा कि उनमें से 3 लड़कियां वहीं की थी। बाद में उनके परिजन भी दावा करने पहुंच गये थे। 3 अन्य लड़कियों को कोई रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। उनके संबंधप में पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस अधिकारी बदनापुरा से पकड़े गये 2 युवकों से भी पूछताछ कर रहे हैं।
ग्वालियर-मुरैना सीमा पर बसा यह बदनापुरा गांव हमेशा से नाबालिग लड़कियों की खरीद -फरोख्त के लिये बदनाम रहा है। यहां बेडि़या जनजाति के लोग निवास करते हैं। शहर या आसपास के शहरों से गायब लड़कियां कई बार यहां पायी गई है। कई बार तो यहां लड़कियों को राजस्थान व अन्य पड़ोसी राज्यों में बेचा गया है। मूलरूप से यहां के लोगों का नेटवर्क राजस्थान से जुड़ा हुआ है। वहां बेडि़या समाज के लोग काफी संख्या में हैं। यहां से पश्चिम बंगाल की सिलीगुड़ी और बंगलादेश सीमा तक लड़कियों को बेचने की बात सामने आ चुकी है।
जब पुलिस कार्रवाई कर चली गई तो बदनापुरा के लोग क्षेत्रीय पार्षद पीसी शर्मा के पास पहुंच गए और उनसे पुलिस द्वारा 6 बच्चियों समेत 10 से 12 लोगों को उठाने की सूचना दी है। पार्षद का पीसी शर्मा का कहना है कि पुलिस ने अल सुबह कार्रवाई की है 10 से 12 लोगों को उठाया है, लेकिन बता नहीं रहे हैं कि उनका क्या आरोप है।
इस मामले में ऑपरेशन को लीड कर रहीं एएसपी शहर मृगांकी डेका ने बताया कि सूचना मिली थी कि यहां पर बदनापुरा गांव में मानव तस्करी हो सकती है। कुछ लड़कियां देखी गई हैं। यहीं जांच करने हम आए थे। 10 से 16 साल की 6 लड़कियां संदिग्ध लड़कियां मिली थीं। बाद में तीन के डॉक्यूमेंट मिल गए हैं। तीन लड़कियों को अपनी निगरानी में लिया है। एक युवक को गिरफ्तार किया है। बच्चियों से पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
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V good action by ASP deka shab v police team ko sallut