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#MDA@अवैध कॉलानियों पर चला बुलडोजर, सड़क को किया ध्वस्त, चार घंटे चली कार्रवाई।
Bulldozer ran on illegal colonies, demolished the road, action lasted for four hours.
मेरठ विकास प्राधिकरण के नवनियुक्त उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय के निर्देशन में शनिवार को अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया दर्जन भर से ज्यादा अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चलाकर साइट ऑफिस, सड़कें एवं मुख्य गेट को तोड़ दिए। इसके अलावा कई स्थानों पर व्यवसायिक अवैध दुकानों का भी प्राधिकरण प्रवर्तन की टीम ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया।
परतापुर स्थित भूड़बराल में रमेश एन्क्लेव में अरविंद सिंघल की लगभग 20.000 वर्ग मीटर में विकसित की जा रही अवैध कालोनी की प्राधिकरण ने सड़कों और साइट ऑफिस को गिरा दिया। चार खंभा रोड फतेहपुर रोड पर समर गार्डन स्थित फारुख की करीब 3500 वर्ग मीटर में विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी की सड़क का ध्वस्तीकरण कर दिया गया।
इसी तरह से सदाकत व सबउद्दीन की कॉलोनी ग्राम बजोट में करीब 9000 वर्ग मीटर में विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी को प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। जिसके चलते जोन ए के जोनल अधिकारी निरंकार सिंह तोमर, सोमेंद्र प्रताप ,संजीव कुमार तिवारी, ओमपाल सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
जोन-बी के मामेपुर में करीब 6000 वर्ग मीटर में यशपाल सिंह नामक व्यक्ति की अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी, जिसे प्राधिकरण बुलडोजर द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। डाबका एनएच-58 बाइपास स्थित योगेश की अवैध कॉलोनी पर प्राधिकरण ने बुलडोजर चला दिया। करीब 2000 वर्ग मीटर में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। इस दौरान अधीक्षण अभियंता विमल कुमार सोनकर, अवर अभियंता वेद प्रकाश अवस्थी, राकेश पंवार आदि मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार भाजपा जिला पंचायत सदस्य विकास उपाध्याय की अवैध कॉलोनी पर सेटिंग का बुलडोजर चला। जिला पंचायत सदस्य के भाई सुभाष उपाध्याय द्वारा अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही है। कॉलोनी पर कार्रवाई के नाम पर एमडीए की टीम ने ऑफिस, नाली और प्लॉट की बाउंड्री को ध्वस्त किया है। कॉलोनी के गेट पर बनाई गयी दुकानों को पूरी तरह नहीं तोड़ा गया। यहां पर सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए शटर को तोड़ा है। दुकानों को नहीं गिराया गया है। जो लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जोन बी के ग्राम मामेपुर में सरकारी तालाब की जमीन पर बनाई जा रही यशपाल चौधरी की साई ग्रीन कॉलोनी को एमडीए की टीम ने किया ध्वस्त।
जिसमें बाउंड्रीवाल, मैन गेट और प्लॉट के लिए खोदी गई बुनियाद ध्वस्त कर दी गई।सबसे बड़ा सवाल यश कुंज कॉलोनी में बनी दूकानों पर बाबा का बुलडोजर क्यों नहीं चलाया गया। अधीक्षण अभियंता एवं जोन बी के जोनल विमल कुमार सोनकर ने गंगानगर थाना प्रभारी से पहले तो यह कह दिया कि निर्माणाधीन दुकानें खाली कराओ बुलडोजर चलेगा, लेकिन फिर किसका फोन उनके पास आया, जो दुकानों को नहीं तोड़ा गया, वहा इसी बात को लेकर लोगों में चर्चा बनी हुई है।
मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन डी तीन के अवर अभियंता संजय वशिष्ठ द्वारा भावनपुर थाना क्षेत्र स्थित गढ़ रोड पर कालोनाइजर अशोक सैनी की अवैध कच्ची कालोनी को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर से ध्वस्त किया।
वही दूसरी तरफ एमडीए को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे गंगानगर में धड़ल्ले से चलते अवैध निर्माण।
सबसे बड़ी बात गंगानगर डिवाइडर रोड पर भी कई अवैध निर्माणकार्य बदस्तूर जारी है। लेकिन प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन डी के अभियंता व जोन डी फोर के अवर अभियंता कार्यवाही करने में असक्षम दिखाई दे रहे हैं।
बतादे की मेरठ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन खण्ड जोन डी फोर क्षेत्र के गंगानगर गंगा सागर कालोनी में एवं गंगा सागर के अंदर गंगा वाटिका में नियमों को ताक पर रखकर फ्लैटों के अवैध निर्माणकार्य धड़ल्ले से चल रहे है। जबकि इन अवैध निर्माणों से मेरठ विकास प्राधिकरण को लाखों रुपयों का शमन शुल्क के रूप में राजस्व प्राप्त हो सकता है। परंतु जोन डी फोर के अवर अभियंता द्वारा इन अवैध निर्माणों पर कोई सख्त कार्यवाही नही की जा रही है।
मेरठ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन खण्ड जोन डी फोर क्षेत्र के गंगासागर कलोनी के बाहर लगभग 14 से 15 दुकानों के अवैध निर्माण पर प्राधिकरण द्वारा सील लगाई गई थी परंतु सील लगाने के कुछ समय बाद ही सील को वहा से हटा दिया गया सबसे बड़ी बात जबकि इन दुकानों के पूर्व में ध्वस्तीकरण के आदेश भी पारित किए गए थे ध्वस्तीकरण आदेश के बाद सैटिंग के चलते फिर से सील लगा दी जबकि इन अवैध दुकानों का निर्माणकार्य ग्रीन बैल्ट एरिया में बताया जा रहा है।
मेरठ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन खण्ड जोन डी फोर के गंगानगर राधा कुंज के सामने नियमो के विपरित अवैध फ्लैटों के निर्माण कार्य लगातार धड़ल्ले से किए जा रहें है। जबकि इन अवैध निर्माणों से मेरठ विकास प्राधिकरण को अच्छा खासा रुपयों का शमन शुल्क के रूप में राजस्व प्राप्त हो सकता है। लेकिन अवर अभियंता द्वारा कोई ऐसी सख्त कार्यवाही नही की जा रही है।
आखिरकार इन अवैध निर्माणों पर जोन डी फोर के अवर अभियंता मनोज सिसोदिया कार्यवाही करने से पीछे क्यों हटते नजर आ रहे है। इस बाबत जब जोन डी फोर के अवर अभियंता मनोज सिसोदिया से इन अवैध निर्माणों पर कार्यवाही के बारे में पूछा तो उन्होंने इन अवैध निर्माणों पर कार्यवाही पूरी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ते हुए नजर आए।