दहेज की खातिर नवविवाहिता की हत्या, शव बुरी तरह से नीला पड़ा था। मां का थाने में रो-रोकर बुरा हाल।
Newly married woman murdered for dowry, body was badly blue. Mother is in bad condition crying in police station.
मेरठ जनपद के मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार में दहेज की खातिर ससुराल वालों ने नवविवाहिता को फांसी लगाकर मार डाला। महिला आईएएस की तैयारी कर रही थी। चार महीने पहले हुई थी शादी। परिजनों ने 30 लाख रुपये और फॉरच्यूनर के लिए हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए थाने में हंगामा किया।
गाजियाबाद के पटेलनगर निवासी सुंदर जीनवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सिमरन की शादी चार महीने पहले जागृति विहार सेक्टर छह निवासी सूरज पुत्र सतपाल से की थी। सतपाल एक निजी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर है। शादी में ब्रीजा गाड़ी और खूब दहेज दिया था। 40 लाख रुपये के करीब खर्च किए थे। शादी के कुछ दिन बाद ही ससुराल वाले दहेज में 30 लाख रुपये और फॉरच्यूनर कार की मांग करने लगे।
उन्होंने बताया कि सिमरन ने इसके बारे में मां को बताया तो उन्होंने चुप रहने को कहा। सोमवार को साढ़े 11 बजे सिमरन की मां ने बेटी को फोन किया तो पता चला कि बेटी का शव अस्पताल में पड़ा है। परिजन दोपहर को मेरठ पहुंचे तो उनको बताया कि रात में सिमरन ने फांसी लगाकर सुसाइड किया है। परिजनों ने बताया कि सिमरन का शव नाइट सूट में मिला है। उसे रात को मारा गया है।
शव बुरी तरह से नीला पड़ा था। गले में फंदे और शरीर पर चोट के निशान थे। सिमरन की मां रेखा और पिता सुंदर पति सूरज, उसकी सास सुनिता, ससुर सतपाल, सूरज के भाई सागर और उसकी पत्नी प्रिया के खिलाफ दहेज की खातिर हत्या करने की तहरीर दी है। परिजनों ने थाने में हंगामा करते हुए आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।
बतादे की सिमरन पढ़ाई में हमेशा अव्वल आती थी। ग्रेजुएशन के बाद उसने बीएड किया। सीटीईटी भी पास कर लिया। शादी से पहले वह गाजियाबाद में एचडीएफसी बैंक में मैनेजर थीं। ससुराल वालों ने वहां से नौकरी छुड़वा दी थी। सिमरन अब आईएएस की तैयारी कर रही थी। कुछ दिन पहले ही उसने खुद तैयारी के लिए पिता सुंदर से एक लाख रुपये की किताबें मंगाई थीं। मां रेखा थाने में रो-रोकर बस यही बोल रहीं थी कि उनकी बेटी सुसाइड नहीं कर सकती है। वो कितना तड़पी होगी। मां बेटी को याद करके रो-रोकर बेसुध हो गई, और शाम को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन शव गाजियाबाद ले गए।