मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद मंडल की खरीफ गोष्ठी, खेती मे महिलाओ की भागीदारी बढ रही।
आज जनपद मेरठ के चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह में मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद मंडल की खरीफ गोष्ठी का आयोजन कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि उत्पादन आयुक्त ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया कृषि उत्पादन आयुक्त नेे कहा कि एक लंबे अंतराल के बाद खरीफ गोष्ठी की शुरूआत हुई है जो कुछ वर्षों से कोरोना की वजह से बंद थी। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी काल में लगभग सभी सैक्टर में घाटा हुआ था लेकिन कृषि ही एक ऐसा सैक्टर था जिसमें लगभग 3.5 प्रतिशत तक का ग्रोथ था। उन्होने कहा कि दलहन और तिलहन पर फोकस करे। उन्होने कहा कि पूरे देश में लगभग 80 हजार करोड का खाने का तेल आयात होता है। इसको किसी न किसी तरह से कम करना है और इसका रास्ता तिलहन का क्षेत्र बढाकर व तिलहन का उत्पादन बढाकर किया जा सकता है।
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि खेती में आप जो भी उर्वरक डालते है उसका पूरा इस्तेमाल तभी हो सकता है जब खेत में ऑरगेनिक कार्बन हो। आज की तारीख में पूरे प्रदेश में खेत में ऑरगेनिक कार्बन लगभग 0.3 पर आ गया है जो कि लगभग 3 से 6 और 9 प्रतिशत पर होना चाहिए। इसलिए ऑरगेनिक खेती को बढाने के लिए जो राॅ मैटेरियल का मैनेजमेंट हो वह सही प्रकार से हो।
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि कृषि विभाग जो भी अनुदान दे रहा है वह अलग-अलग किसानो को मिलना चाहिए। बीजो को एक ही परिवार के किसानो को न देकर अलग-अलग परिवार के किसानो को देना चाहिए। खेती मे महिलाओ की भागीदारी बढ रही है। उन्होने कहा कि रू0 04 हजार करोड लगाकर एक एग्रीकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड बनाने की बात हो रही है।
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम को बढावा दिया जाये। उन्होने कहा कि सरकार अवारा पशुओ को एक जगह रखकर उनके खाने पीने की व्यवस्था कर रही है। उन्होने कहा कि अच्छे उत्पादन के लिए जिस चीज की ज्यादा कीमत है वह पैदा करें और जिस व्यवस्था से जो चीज पैदा की जा रही है उसकी ज्यादा कीमत मिल सके ऐसी व्यवस्था बनायी जाये।
मेरठ जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जनपद की कृषि उत्पादन और पशुपालन संबंधी समस्याओं को बहुत ही गंभीरता के साथ रखा। कृषि में नवीन तकनीक व बागवानी के लिए कौन सी प्रभावशाली योजना लाया जाना आवश्यक है उसकी उत्पादकता को किस प्रकार बढावा दिया जा सकता है, कौन कौन से कारक है जो किसानो को उनके फसल उत्पादन में प्रभाव डाल रहे है, के संबंध में कृषि उत्पादन आयुक्त को अवगत कराया।
इस अवसर पर आयुक्त सुरेन्द्र सिंह ने मेरठ मंडल की व जिलो के जिलाधिकारियों व मुख्य विकास अधिकारियों ने अपने-अपने जनपद की कृषि संबंधी समस्याओ से कृषि उत्पादन आयुक्त को अवगत कराया। इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कृषि विभाग द्वारा लगाये गये स्टाॅलो का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर सभी सचिव कृषि विभाग अनुराग यादव, निदेशक उ0प्र0 राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद अंजनी कुमार सिंह, आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ सुरेन्द्र सिंह, आयुक्त मुरादाबाद मंडल मुरादाबाद आजंनेय कुमार, आयुक्त सहारनपुर मंडल सहारनपुर, सभी जिलो के जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी, विभिन्न कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, तीनो मंडलो से आये किसान आदि उपस्थित रहे।