फिल्म बहुत ही उपयोगी, भारतीय सभ्यता और संस्कृति के वैश्विक प्रसार एवं प्रचार के लिए।
The film is very useful for the global spread and promotion of Indian civilization and culture.
मेरठ 09 सितम्बर 2023
भारतीय सभ्यता और संस्कृति के वैश्विक प्रसार एवं प्रचार के लिए फिल्म बहुत ही उपयोगी, सशक्त और प्रभावी माध्यम है। पिछले लगभग दस वर्षों पर जब आज दृष्टि डालते हैं तो फिल्मों की पटकथा से लेकर निर्देशन तक में अमूल-चूल परिवर्तन दिखाई देते हैं। यह बात 1, 2 व 3 दिसम्बर 2023 को आयोजित होने वाले प्रेरणा विमर्श 2023 के सम्बन्ध में बताते हुए भारतीय चित्र साधना के संस्थापक सदस्य अरूण अरोड़ा ने कही।
उन्होंने कहा कि इस प्रेरणा विमर्श में चित्रभारती फिल्मोत्सव भी आयोजित हो रहा है तथा इसमें विशेष रूप से कला एवं मीडिया के विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में प्रोत्साहन का प्रयास किया गया है। यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर फिल्म में अभिरूचि रखने वाले विद्यार्थी अपने कॅरियर को एक नयी दिशा दे सकते हैं।
प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पद्म सिंह ने बताया कि इन फिल्मों को तीन श्रेणियों में रखा गया है। जिनमें वृत्त चित्र, कथा फिल्में तथा डाक्यु ड्रामा हैं। इन फिल्मों की अधिकतम अवधि 20 मिनट हो। फिल्मों के विषय के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव, भारतीय लोकतंत्र उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड की संस्कृति, भविष्य का भारत, धर्म एवं अध्यात्म, महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस चित्रभारती फिल्मोत्सव में विजेता प्रतिभागियों को 2 लाख रूपये नकद पुरूस्कार भी प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
मेरठ चलचित्र सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ० मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि इस चित्रभारती फिल्मोत्सव में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में रहने वाले प्रतिभागी प्रतिभाग कर सकते हैं तथा प्रतियोगिता में फिल्म भेजने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर है।
प्रेस वार्ता के दौरान क्षेत्र अभिलेखागार प्रमुख तपनजी, अजय मित्तल, प्रोफेसर प्रशांत कुमार, सुमन्त डोगरा आदि उपस्थित रहे।