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अंधेरे गोदामो में पड़े कबाड़ से रोशन हो रहा मेरठ, कबाड़ से बनाए जा रहे लाइट वाले कृत्रिम पेड़। योगी सरकार के प्रयासों का दिख रहा रंग
Meerut is illuminated by the junk lying in the dark godowns, artificial trees being made from the junk.
14 सितंबर। मेरठ।
सतरंगी रोशनी से मेरठ संवरने लगा है। योगी सरकार बनने के बाद से यहां की बिजली आपूर्ति में काफी सुधार आया तो नगर निगम ने भी जनपद को संवारने के लिए कृत्रिम लाइटों का प्रयोग शुरू कर दिया।
गोदाम में पड़े कबाड़ से शहर को रोशन किया जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों के सौंदर्यीकरण के लिए सरकार तमाम प्रयास कर रही है।
नगर निगम ने पहले मेरठ में कबाड़ से चौराहों पर फव्वारे बनाए, खराब टायर से सिटिंग सेटप बनाया और अब शहर में लाइटिंग वाला कृत्रिम पेड़ लगाना शुरू किया है। यह आकर्षण का केंद्र बना है। पहली ही नजर में यह लोगों को भा रहा है। शहर को सजाने के लिए हो रहे नवीन प्रयोग।
योगी सरकार के निर्देश के बाद मेरठ नगर निगम ने शहर को चमकाने के लिए अनोखे प्रयोग शुरू कर दिए हैं। शहर को सुंदर बनाने के नगर निगम के कई प्रयोग सफल रहे। अब इससे भी मेरठ की सुंदरता से चार चांद लग रहा है।
सर्किट हाउस के बाहर बढ़ रही शोभा, दरअसल नगर निगम में बने अंधेरे में पड़े कबाड़ की न तो उचित कीमत मिल रही थी और न ही इसका सही उपयोग हो रहा था पर योगी सरकार के पायलट प्रोजेक्ट के तहत नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा ने इसी कबाड़ से शहर को जगमगाने का निर्णय लिया।
नगर निगम द्वारा सबसे पहले लाइट वाले इस कृत्रिम पेड़ से सर्किट हाउस चौराहों को सजाया गया। यह पेड़ नगर निगम में पड़े रिक्शों के ख़राब पहिये, रोड, चैनसेट आदि कबाड़ से बनाया है। शहर में और स्थानों पर भी लगाया जाएगा, अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि सर्किट हाउस पर यह प्रयोग सफल रहा। आमजन इसकी काफी प्रशंसा कर रहे हैं। अब अन्य स्थान भी तलाशे जा रहे हैं, जहां ऐसे ही आकर्षण कृत्रिम पेड़ लगाए जा सकें।
इस पर करीब एक लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। इससे खूबसूरती में भी चार चांद लग गया। अपर नगर आयुक्त के मुताबिक नगर निगम योगी सरकार के निर्देशन में शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए आगे भी ऐसे प्रयोग करता रहेगा।
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