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पानी में नमक डालकर नहाने के फायदे, कई बीमारियों से मिलेगा छुटकारा, जरूर पढ़िए पूरी खबर।
Benefits of bathing by adding salt to water, will get rid of many diseases, definitely read the full news.
नमक बॉडी पेन से छुटकारा दिलाता है, लेकिन इसके लिए आपको इसका इस्तेमाल अलग तरीके से करना होगा। एक बाल्टी गर्म पानी में सिर्फ एक चम्मच नमक डालिए और उससे नहाकर देखिए। नमक के पानी से नहाना स्किन के लिए अच्छा होता है, इससे कई परेशानियों से निजात मिलती है। दरअसल नमक में मौजूद मैग्नीशियम, कैल्शियम, सोडियम जैसे मिनरल्स शरीर को कई तरह के इन्फेक्शन से बचाने का काम करते हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह के मुताबिक, सुबह नमक के पानी से नहाने से दिनभर फुर्ती रहती है।
सुबह नमक वाले पानी से नहाने के गजब के फायदे:हड्डियों के दर्द और गठिया में राहत, स्किन प्रॉब्लम से मुक्ति, इम्यूनिटी बढ़े, स्ट्रेस फ्री
6 घंटे पहले
हड्डियों के दर्द और गठिया में राहत, स्किन प्रॉब्लम से मुक्ति, इम्यूनिटी बढ़े
नमक बॉडी पेन से छुटकारा दिलाता है, लेकिन इसके लिए आपको इसका इस्तेमाल अलग तरीके से करना होगा।
एक बाल्टी गर्म पानी में सिर्फ एक चम्मच नमक डालिए और उससे नहाकर देखिए। नमक के पानी से नहाना स्किन के लिए अच्छा होता है, इससे कई परेशानियों से निजात मिलती है। दरअसल नमक में मौजूद मैग्नीशियम, कैल्शियम, सोडियम जैसे मिनरल्स शरीर को कई तरह के इन्फेक्शन से बचाने का काम करते हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह के मुताबिक, सुबह नमक के पानी से नहाने से दिनभर फुर्ती रहती है।
बाथ साल्ट क्या है
नहाने का नमक यानी बाथ सॉल्ट का वैज्ञानिक नाम मैग्नीशियम सल्फेट है, जो मैग्नीशियम और सल्फर से मिलकर बना है। इसे एप्सम सॉल्ट और समुद्री नमक के नाम से जाना जाता है। यह नमक पानी में आसानी से घुल जाता है और सल्फेट और मैग्नीशियम आयरन को रिलीज करता है। नहाने के लिए इसका इस्तेमाल पौराणिक काल से किया जा रहा है। गर्म पानी में बाथ साल्ट मिलाकर नहाने से दर्द और सूजन से राहत मिल सकती है।
बीमारियों का जोखिम कम करता है
डॉ. सिंह कहते हैं कि पानी में नमक डालकर नहाने के बाद ऑस्टियोआर्थराइटिस से राहत मिलती है। इसके साथ ही खुजली, अनिद्रा और स्किन संबंधी तमाम परेशानी भी दूर होती हैं।
चेहरा निखारे
पानी में नमक मिलाकर नहाने से त्वचा की गंदगी साफ होती है और चेहरे पर निखार आता है। इतना ही नहीं नमक वाले पानी से नहाने पर स्किन पर मौजूद डेड सेल्स भी बाहर निकलते हैं।
इससे स्किन सॉफ्ट और चमकदार बनती है। एक चम्मच नमक को गर्म पानी में मिलाकर नहाने से स्किन इन्फेक्शन से छुटकारा मिल सकता है। गर्मी में खासकर यह नुस्खा आजमाएं क्योंकि इन दिनों पसीने के कारण स्किन इंफेक्शन जैसे दाद, खाज, खुजली आदि हो जाता है। ऐसे में यह आसान उपाय आपको इस परेशानी से निजात दिला सकता है। ऐसा नहीं कि सर्दियों में नमक के पानी में आप नहीं नहा सकते हैं। गर्म पानी में एक चम्मच नमक डालकर नहाना लाभदायक होगा। थकान दूर होगी।
सर्दियों के समय में सादे पानी में नमक डालकर नहाने से त्वचा की कई समस्याएं खत्म हो जाती हैं। लेकिन, ध्यान रहे कि पानी में सिर्फ एक चम्मच नमक ही मिलाएं। इससे ज्यादा नमक का इस्तेमाल करेंगे तो आपको नुकसान हो सकता है।
हड्डियों के दर्द से मिलता है आराम
रोजाना की भागदौड़ से शरीर में दर्द रहता है तो एक चम्मच नमक को गर्म पानी में डालकर उससे स्नान कर लें। ऐसा करने से बॉडी पेन खत्म हो जाता है। यह गठिया, घुटने और कमर दर्द में भी बहुत लाभ देता है। नमक के पानी से नहाने से ज्वाइंट पेन में आराम मिलता है। एक रिसर्च के मुताबिक गर्म पानी में सेंधा नमक (Epsom Salt) मिलाकर प्रयोग करने से घुटने के दर्द और गठिया रोगियों में होने वाले जोड़ों के दर्द में राहत मिल सकता है।
एक शोध में इस बात का भी जिक्र है कि बाथ साल्ट पुरानी सूजन को कम करने में भी प्रभावी हो सकता है।
सूजन होती है खत्म
नमक के पानी से नहाने से मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन कम होती है। मांसपेशियों को आराम मिलता है। इसकी वजह से आपकी थकान दूर होती है। इस पानी से लगातार नहाने से चेहरे पर झुर्रियां पड़ने की संभावना कम हो जाती है और इससे आपकी स्किन मुलायम भी बनती है। तो जब भी नहाएं पानी में 1 चम्मच नमक जरूर मिला लें।
इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं
नमक के पानी का स्नान इम्यूनिटी बूस्टर से कम नहीं है, इससे बीमारियां शरीर से कोसो दूर रहती हैं। नमक वाले पानी में ऐसे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हमारे शरीर को ताकत देते हैं। नमक वाले पानी में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण खतरनाक माइक्रोब्स को दूर करने में भी मददगार हैं। साथ ही नमक वाले पानी से नहाने से शरीर तंदुरुस्त रहता है।
तनाव मुक्त रखता है
नमक के पानी से नहाने पर थकान और स्ट्रेस दूर होते हैं। अगर आप ज्यादा तनाव में रहते हैं तो नमक का पानी शानदार स्ट्रेस बूस्टर का काम करता है। इस पानी के नहाने से दिल दिमाग को शांति मिलती है। इससे दिनभर की थकान भी दूर हो जाती है।
अच्छी नींद के लिए
नमक के पानी से नहाने के फायदे की अगर बात की जाए, तो इसमें अच्छी नींद का भी जिक्र है। अच्छी नींद के लिए शरीर में मैग्नीशियम का संतुलित मात्रा में होना जरूरी होता है। मैग्नीशियम शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन, जो प्राकृतिक नींद को प्रेरित करने के लिए जाना जाता है, के उत्पादन को बढ़ा सकता है। वहीं, एप्सम साल्ट का उपयोग शरीर में मैग्नीशियम के स्तर को बनाए रखने में सहायक भूमिका निभा सकता है।
शोध में बताया गया है कि एप्सम साल्ट पानी में मिलते ही चार्ज होता है और मैग्नीशियम व सल्फेट आयन को रिलीज करता है, जो त्वचा के माध्यम से आसानी से अवशोषित होते हैं और अपना प्रभाव दिखा सकते हैं। इस तरह अच्छी नींद के लिए नमक के पानी से नहाना फायदेमंद माना जा सकता है।
एसिडिटी से छुटकारा
नमक के पानी में मौजूद तत्व शरीर का ऑयल लेवल कंट्रोल करते हैं। चेहरे से बार-बार ऑयल निकलता है या फिर आपकी स्किन ज्यादा ऑयली है तो आपके लिए पानी में नमक डालकर नहाना बेहद कारगर है। यह एसिडिटी की समस्या को दूर करने में भी मदद करता है।
एनर्जेटिक रखे
बॉडी को एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए नमक के पानी से नहाना फायदेमंद है। नमक में मौजूद मैग्नीशियम एनर्जी मेटाबॉलिज्म के लिए एक जरूरी पोषक तत्व माना जाता है। दरअसल, शरीर का 60% से ज्यादा मैग्नीशियम कंकाल प्रणाली में संग्रहित होता है और सेल में वितरित होता है, जो एनर्जी मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी होता है। इस तरह शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए नमक के पानी से नहाने के फायदे देखे जा सकते हैं।
बॉडी को डिटॉक्स करे
नमक के पानी से नहाने पर बॉडी डिटॉक्स होती है। सल्फेट न्यूट्रिशन बॉडी से जहरीले पदार्थों को निकालने में मदद करता है। यही वजह है कि शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए एप्सम साल्ट को गर्म पानी में मिलाकर प्रयोग करने की सलाह दी जाती है।
नमक के पानी से नहाने के नुकसान
एप्सम सॉल्ट के कई फायदे के साथ नुकसान भी हैं। नमक के पानी का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से ब्लड में मैग्नीशियम और सल्फेट लेवल बढ़ता है, बॉडी में इसकी अधिकता से दिल की बीमारी का जोखिम हो सकता है। नमक के पानी से ज्यादा नहाने से हाइपर मैग्नीशिया की समस्या हो सकती है, जिससे कोमा में जाने की आशंका होती है। इसके अलावा, फेफड़ों संबंधी समस्या, जिसे कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट भी कहते हैं, हो सकती है। सांस संबंधी समस्याओं के साथ ब्लड प्रेशर, दस्त, मतली और सिरदर्द की समस्या का भी कारण बनता है।